: हिंदी विभाग : |
||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
महाराष्ट्र उदयगिरी महाविद्यालय के हिंदी विभाग की स्थापना महाविद्यालय के प्रारंभ के साथ ही इ.स. 1962 मे हुई । हिंदी, मराठी, उर्दु, कन्नड, तेलुगु आदि भाषाओंसे प्रभावित उदगीर जैसे सीमांत क्षेत्र में हिंदी का महत्व अनन्य है। इस क्षेत्र मे दक्खिनी प्रचलित रही है जो हिंदी का ही एक रूप है। सामाजिक समन्वय राष्ट्रीय एकात्मता एवं मानवीय विकास में हिंदी का अपना विशेष महत्व है। हिंदी के संपर्क सूत्र को ध्यान में रखकर ही इस महाविद्यालय में उसके अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था की गयी। प्रारंभ से ही क्षमता से अधिक छात्रों ने यहा हिन्दी का अध्ययन किया है। विभाग की ओर से अनेक योजनाए कार्यान्वित की गयी है, जिसमें राष्ट्रभाषा प्रचार समिती वर्धा, राष्ट्रभाषा प्रचार सभा पुणे की कक्षाओंका आयोजन, हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी प्रचार-प्रसार के लिए प्रयत्न अहिंदी भाषी कर्मचारियों को हिंदी का अध्यापन तथा अनेक संगोष्ठियों, कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। प्रारंभ में प्राचार्य प्रभुदेव स्वामी विभाग के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे, उनके कुशल मार्गदर्शन में विभाग विकसीत होता गया, जिसका फल आज दिखाई देता है। उनके पश्चात प्रा. नरेंद्रकुमार मेहरा अध्यक्ष रहें, वे दीर्घकाल तक हिंदी अध्ययन मंडल के सदस्य रहे, उसी समय उनके सहयोगी प्राध्यापक के रूप में प्रा. दत्तुसिंह चैहान कार्यरत रहे। इसी समय इ.स. 1975 में स्नातकोत्तर कक्षाओंका प्रारंभ हुआ। विभाग में इ.स. 2001 से संशोधन केंद्र प्रारंभ हुआ। उसके पश्चात डॉ. नरसिंहप्रसाद दुबे अध्यक्ष बने। वे संशोधन मार्गदर्शक के रूप में कार्यरत रहे। उन्हीं के कार्यकाल में अनेक छात्रों ने एम.फिल. एवं पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की। वे अधिसभा सदस्य विद्वतसभा सदस्य विश्वविद्यालय शिकायत कक्ष के सदस्य एवं हिंदी अध्ययन मंडल के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे। उनकी लगभग 10 पुस्तकें प्रकाशित हुई संप्रति वे महाराष्ट्र राज्य साहित्य अकादमी के सदस्य है। उनके पश्चात श्री सुभाष पाटील विभाग अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे। वर्तमान में प्रा. डॉ. मंगल कप्पीकेरे अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रही है। उनकी पुस्तक तथा अनेक लेख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए है। महाविद्यालय के वार्षिक अंक के संपादक मंडल में कार्य किया है। वह संशोधन मार्गदर्शक के रूप में कार्यरत है। इस समय विभाग में प्रा. डॉ. बी. एस. भुक्तरे सहयोगी प्राध्यापक के रूप में कार्यरत है। उनके अनेक लेख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए है। वे परियोजना कार्य, कार्यक्रमाधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना आदि से जुडे हुए है। |
||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Courses offered by the Department
Laboratory Facilities of the Department- Computer, Printer, Camera, CD/DVD player |
||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Achievements of the Department:The Department of Hindi has achieved many things in the different fields since the last 48 years. The Set/Net qualified students is one of the noteworthy achievements . The List of the Set/Net passed students.
|
||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Teaching Faculty (Permanent):
Visiting (CHB) teaching faculty – 04
|
||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Memorandum
of understanding (MOU)
Dr.M.S. Kappikere - M. Phil. Guide (Y.C.M.O.U. Nashik) Dr. B.S. Bhuktare – M. Phil. Guide (Y.C.M.O.U. Nashik) Reseach Projects by the Faculty
Research Papers/Books: Dr. M. Kappikere - Sathotari Hindi Lekhika ki kahani me nari
Dr. B.S.
Bhuktare - List of PhD. Students:
|
||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
: हिंदी विभाग : |
|
|
|
|
|